पालकी में ले जाते मरीज को,खस्ताहाल सड़क।

भराड़ी,24जुलाई(राकेश):-जिला बिलासपुर के कई क्षेत्रों में आज भी कई गांव सड़क सुविधा व कई पक्की सड़क सुविधा से वंचित हैं। ऐसे में इन गांव में अगर कोई बीमार हो जाए तो उसे पालकी या कुर्सी पर उठाकर मुख्य सड़क मार्ग तक पहुंचाना पड़ता है। ऐसा ही मामला रविवार को ग्राम पंचायत दधोल के गाँव जसवानी गांव में पेश आया,जहाँ सथानीय निवासी एक महिला की अचानक तबियत बिगड़ गई,जिस पर सथानीय लोग व परिजन उसे पालकी पर उठा कर निहारी में मुख्य सड़क नेशनल हाईवे पर लेकर गए । जहां से महिला को हसपताल में ले जाकर उपचारधीन करवाया गया। जो खुद बनवाई सड़क, बरसात के दिनों में है बह जाती
स्वतंत्रता सेनानी के घर को जाती है यह सड़क :-

वही बता दें, यहाँ स्वन्त्रता सेनानी मुंशी राम का परिवार भी यहाँ रहता है, स्वतन्त्रता सेनानी आजाद हिंद फौज में थे, इन्हें काला पानी की सजा भी हुई थी। सन 2000 में जसवानी गांव तक सड़क सुविधा पहुंची। आज भी सरवनी देवी के घर से आधा से एक किलोमीटर सड़क दूर है जो सड़क उन्होंने सड़क से अपने घर तक खुद बनवाई है बरसात के दिनों में वह जाती है। सरवनी देवी ने कहा कि कई बार सरकारों ने आश्वासन दिए मगर किसी भी सरकार ने उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया। उनके पति की देश की सेवाओं को भी सभी सरकारों ने नजरअंदाज किया है।
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वही सथानीय गाँव के निवासियों,विक्की ,रिंटू कश्यप,गौरव,चमेल ,रिंकू, गोल्डी, अजय,प्रवीण, राजेस,हरीश,राकेश आदि ने बताया कि कई सरकारें आई और गई लेकिन सबके दौरा इसे वन विभाग से अनुमति न मिलने का कारण बताया जाता है जिससे लोगो को पक्की सड़क सुविधा न होने से खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है बरसात के मौसम में तो लोगो को मुख्य सड़क तक पहुंचना जंग लड़ने के बराबर हो जाता है। लोगो ने बताया कि, उन्होंने हर सरकार के समक्ष यह मामला रखा लेकिन किसी ने भी इस सड़क को पकक करने की नही सोची ओर विभाग  दौरा वन विभाग की स्वीकृति न मिलने की बात कही जाती रही है।

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