मोहब्बत की दुकान के एक फ्रेंचाइजी के गल्ले से निकला नोटों का पहाड़: रणधीर
मोहब्बत की दुकान के एक फ्रेंचाइजी के गल्ले से निकला नोटों का पहाड़: रणधीर
बिलासपुर,10दिसंबरब्यूरो):-
-राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कांग्रेस के अन्य नेताओं की जुबान पर क्यों लगे हैं ताले
-अपने नेताओं को भ्रष्टाचार की ट्रेनिंग देती है कांग्रेस की यह दुकान, गांधी करप्शन सेंटर होना चाहिए नाम
नयनादेवी के विधायक एवं प्रदेश भाजपा मीडिया विभाग के संयोजक रणधीर शर्मा ने झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू से जुड़ी शराब कंपनी समेत अन्य ठिकानों से लगभग 300 करोड़ रुपये नकदी की बरामदगी को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि धीरज साहू की गिनती राहुल गांधी के करीबियों में होती है। तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि मोहब्बत की दुकान के एक फ्रेंचाइजी के गल्ले से नोटों का पहाड़ निकला है, लेकिन राहुल गांधी और कांगे्रस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत पार्टी के अन्य बड़े नेताओं की जुबान पर ताले लगे हैं। कांग्रेस नेताओं को भ्रष्टाचार की ट्रेनिंग देने वाली मोहब्बत की इस दुकान का नाम गांधी करप्शन सेंटर होना चाहिए।
रणधीर शर्मा ने कहा कि झारखंड से कांगे्रस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू की शराब निर्माता बलदेव साहू एंड ग्रुप आॅफ कंपनीज़ के झारखंड, ओडिशा व पश्चिम बंगाल स्थित ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी से सभी की आंखें चुंधिया गई हैं। गत 6 दिसंबर से जारी इस छापेमारी में अब तक लगभग 300 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हो चुकी है। देश में किसी एक कंपनी के ठिकानों से कैश की यह अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी होने का अनुमान है। यदि कांगे्रस के एक सांसद से इतना कैश बरामद हो सकता है तो इस पार्टी के सभी सांसदों के पास भ्रष्टाचार से जुटाई गई कुल कितनी नकदी होगी, इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल है। इस लिहाज से तो गांधी परिवार न केवल देश, बल्कि विश्व का सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी परिवार है।
रणधीर शर्मा ने कहा कि दो बार लोकसभा का चुनाव हारने वाले धीरज साहू को कांग्रेस ने तीसरी बार राज्यसभा सांसद बनाया है। जाहिर है कि वह गांधी परिवार के बेहद करीबी हैं। भारत जोड़ो यात्रा में वह राहुल गांधी के साथ ही थे। 2018 में राज्यसभा चुनाव में धीरज साहू ने शपथ पत्र में अपनी संपत्ति 34 करोड़ बताई थी। साथ ही 2.36 करोड़ रुपये का कर्ज भी बताया था। अब उनकी कंपनी के ठिकानों से इतना अधिक कैश मिला है। इस छापेमारी से यह बात एक बार फिर से स्पष्ट हो गई है कि कांग्रेस, करप्शन और कैश एक-दूसरे के पर्यायवाची शब्द हैं।
रणधीर शर्मा ने कहा कि घमंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस और उसके जैसी सोच रखने वाले राजनीतिक दल पहले भ्रष्टाचार करते है और पकड़े जाने पर जांच एजेंसियों के खिलाफ भ्रामक प्रचार करने लगते हैं। कांग्रेस और घमंडिया गठबंधन के अन्य नेता भ्रष्टाचार की काली कमाई से अपनी जेबें भर रहे हैं। उनके माध्यम से जनता की खून-पसीने की कमाई का यह पैसा गांधी परिवार की तिजोरी तक जाता है। देश में केवल दो ही गारंटियां हैं। एक ओर घमंडिया गठबंधन है, जहां भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी, लूट-खसूट और दलाली की गारंटी है। दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, जिनकी गारंटी देश से भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने की है। देश की जनता भी इस बात को बखूबी समझ चुकी है।
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